सामान्य प्रायिकता वक्र का उपयोग - Uses of Normal Probability Curve

सामान्य प्रायिकता वक्र का उपयोग - Uses of Normal Probability Curve


मापन व मूल्यांकन के क्षेत्र में सामान्य वक्र का अत्यंत महत्व है। अध्यापक सामान्य वक्र का उपयोग अपनी व्यावहारिक समस्याओं का समाधान के लिए कर सकते हैं। यदि किसी चर पर प्राप्तांकों के वितरण को सामान्य वितरण के रूप में स्वीकार किया जा सके तो सामान्य वक्र की सहायता से निम्न समस्याओं का समाधान किया जा सकता है-


1. किसी समूह में किसी दिए गए प्राप्तांक से अधिक या कम अंक पाने वाले विद्यार्थियों को संख्या सात करना।


2. किसी समूह में दिए गए किन्ही दो प्राप्तांको के बीच अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या सात करना। 


3. किसी समूह में किसी विशेष स्थिति वाले विद्यार्थियों की प्राप्तांक सीमाएँ ज्ञात करना।


4. किसी परीक्षण के प्रश्नों की सापेक्षिक कठिनाई स्तर ज्ञात करना।


5. किसी समूह को इस प्रकार से कुछ उपसमूहों में विभाजित करना कि प्रत्येक उपसमूह में योग्यता का प्रसार (Distribution of Ability) सामान्य रहे।