अनुसंधान डिजाइन अर्थ एवं परिभाषाएं - Research Design Meaning and Definitions

अनुसंधान डिजाइन अर्थ एवं परिभाषाएं - Research Design Meaning and Definitions


सामान्य अर्थ में अनुसंधान डिजाइन से आशय अनुसंधान कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व बनायी गयी रूपरेखा या योजना से है प्राय अनुसंधान समस्या के समाधान हेतु अनुसंधान कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व जो रुपरेखा बनायी जाती है (कि अनुसंधान किस प्रकार किया जायें) उसे ही अनुसंधान डिजाइन कहते हैं।


अकार एवं डे का मत है कि अनुसंधान डिजाइन अनुसंधान अध्ययन के क्रियान्वयन में गाईड के बतौर प्रयोग की जाने वाली विस्तृत रुपरेखा है ताकि इसके उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सके। एक अनुसंधान अध्ययन की प्ररचना की प्रक्रिया से अनेक अंर्तसम्बन्धित निर्णयों का समावेश होता है।

सबसे महत्वपूर्ण निर्णय अनुसंधान पद्धति के चयन से संबंधित है जिसके द्वारा यह निश्चित किया जाता है कि सूचनाएं किस प्रकार प्राप्त होगी? इस स्तर पर महत्वपूर्ण या विशिष्ट प्रश्न निम्नलिखित है क्या हमें गौण समको पर विश्वास करना चाहिए? क्या ज्यादा उपयुक्त है समूह बहस के साथ अनवेषणात्मक अनुसंधान या सर्वेक्षण क्या इस समस्या के लिए डाक, टेलिफोन या व्यक्तिगत साक्षात्कार सर्वे उपयुक्त है?


चर्चिल के अनुसार "अनुसंधान प्ररचना सरल रूप में अध्ययन की एक योजना या खाका है जिसका समंकों के संग्रहण एवं विश्लेषण में ग्राहक के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह एक रूपरेखा है जिसका अध्ययन को पूर्ण करने में अनुसरण किया जाता है। अनुसंधान प्ररचना यह सुनिश्चित करती है कि अध्ययन


(i) समस्या के अनुरूप या संगत होगा, तथा


(ii) मितव्ययी प्रक्रिया का अनुसरण किया जायेगा?


विभिन्न विद्वानों ने अनुसंधान डिजाइन को निम्न प्रकार से परिभाषित किया है.. रोनाल्ड गिस्ट के अनुसार, "अनुसंधान डिजाइन उस योजना से सबंधित है जिसके द्वारा आवश्यक ( वांछित सूचनाओं का विकास किया जाना है।" 


केनथ आर. डेविस के अनुसार एक अनुसंधान डिजाइन समक संकलन के लिए एक रूपरेखा है। इसमें अनुसंधानकर्ता यह स्पष्ट करता है कि यह क्या प्राप्ति की आशा करता है और वह सूचनाओं का सकलन कैसे करेगा।"


एफ.एम. कार्लिजर के अनुसार, "अनुसंधान प्ररचना अनुसंधान की योजना संरचना एवं व्यूहरचना है जिसकी कल्पना इस प्रकार की जाती है कि अनुसंधान के प्रश्नों के उत्तर प्राप्त हो सके तथा प्रसारण को नियंत्रित किया जा सके। इस प्रकार यह योजना अनुसंधान की पूर्ण रुपरेखा या उसका कार्यक्रम है जिसमे प्रत्येक वस्तु की रूपरेखा सम्मिलित होती है तथा जिसको अनुसंधानकर्ता परिकल्पनाओं के निर्माण एवं उनसे संबंधित अभिप्रायों से लेकर तथ्यों के अंतिम विश्लेषण तक संरचित करता है।"


कान्ह के अनुसार, अनुसंधान प्ररचना की सर्वोत्तम परिभाषा अध्ययन की तार्किक युक्ति के रूप में की जाती है। मूल्यतः यह प्रश्न का उत्तर देने, परिस्थिति का वर्णन करने या एक परिकल्पना का वर्णन करने से संबंधित है।

अन्य शब्दों में अनुसंधान उस तर्काधिकार से संबंधित है जिसके द्वारा कार्य प्रणालियों जिसमें तथ्य संकलन एवं विश्लेषण दोनों सम्मिलित है, के एक विशिष्ट समूह से एक अध्ययन की विशिष्ट आवश्यकताओं की पूर्ति की आशा की जाती है।"


बॉयड़ तथा वेस्टफाल के अनुसार, "वैज्ञानिक रूप से किये जाने वाले प्रत्येक अनुसंधान में समको के सकलन का नियन्त्रण करने हेतु बनायी जाने वाली रूपरेखा या विधि को ही अनुसंधान प्ररचना कहते है इसका कार्य वांछित समको को प्राप्त करना है तथा यह कि उनका संकलन शुद्धता और बचत के साथ किया गया है।


प्लेयर, सेल्याज तथा अन्य के अनुसार, एक अनुसंधान की डिजाइन तथ्य संकलन एवं विश्लेषण की शर्तों की ऐसी व्यवस्था है

जो अनुसंधान के उद्देश्यों की सदर्भरता की कार्य रीतियों बचत के साथ शामिल करने का लक्ष्य रखती है।"


आर. एल. एकॉफ के अनुसार, "अनुसंधान प्ररचना का निर्माण एक प्रकार का नियोजन करना है, अर्थात यह उस परिस्थिति के उत्पन्न होने से पूर्व की निर्णयन प्रक्रिया है जिसमे निर्णय को लागू किया जाता है। यह एक पूर्व कल्पित परिस्थिति को नियन्त्रण में लाने की दिशा में निर्देशित, जान -बूझकर की गयी प्रत्याशा की प्रक्रिया है।"


ग्रीन एवं टुल के अनुसार, "अनुसंधान डिजाइन आवश्यक सूचनाओं की प्राप्ति के लिए पद्धतियों एवं प्रक्रियाओं का निर्दिष्टीकरण है। यह परियोजना का समय परिचानात्मक तरीका या रुपरेखा है

जो शर्त निर्दिष्ट करता है कि क्या सूचनाएं किस स्रोत द्वारा तथा किस प्रक्रिया के द्वारा एकत्रित की जानी है। अगर यह एक अच्छी प्ररचना है तो यह बताएगा कि अनुसंधान प्रश्नों हेतु प्राप्त की गयी सूचनाएं संगत है और यह कि ये उद्देश्य के अनुसार तथा बचतपूर्ण प्रक्रियाओं द्वारा एकत्रित की गयी है।"


सी. विलियम एमोर्य के अनुसार, "अनुसंधान प्ररचना में समंको के संकलन, मापन तथा विश्लेषण हेतु रूपरेखा सम्मिलित है। यह जटिल चयन उपस्थितियों में अनुसंधानकर्ता की सीमित संसाधनों के आबटन में सहायता करती है।


पी.वी. यंग के अनुसार, "अनुसंधान प्ररचना अनुसंधान के एक अंश का तर्कयुक्त तथा व्यवस्थित नियोजन एवं निर्देशन है।"


यह अनुसंधानकर्ता के प्रश्नों का पूर्ण उत्तर है। मूल्यत यह परिकल्पना के परीक्षण की तार्किक एवं योजनाबद्ध क्रिया है

जिसका आधार परिकल्पना के कारणों को तार्किक सिद्धांतों के आधार पर सुनिश्चित करना है जिसका कार्य-कारण के संबंधों को स्पष्ट रूप से अवलोकित करना है। वास्तव में, अनुसंधान प्ररचना तथ्यों की एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें अनुसंधान के उद्देश्यों का स्पष्टीकरण होता है तथा तथ्यों को तुलनात्मक दृष्टि से देखा जाता है। यह अनुसंधान प्रक्रिया की एक प्रकार से संरचना तथा युक्ति दोनो ही है जो यह बताती है कि कारकों में कारण तो नहीं हो रहा है अन्य शब्दों में अनुसंधान डिजाइन अनुसंधान प्रक्रिया की एक व्यापक, स्पष्ट तथा तर्कपूर्ण रूपरेखा है। यहां यह तथ्य उल्लेखनीय है कि अनुसंधान परचना के आधार अलग-अलग होती हैं। मूलत इसका आधार तथा शुरुआत अनुसंधान व्यूहरचना तथा क्रियाओं के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों से संबंधित होता है। व्यावसायिक संस्था के सामान्य लक्ष्य तथा उद्देश्य उसकी विपणन अनुसंधान व्यूहरचना को निर्धारित करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि व्यवासायिक संस्था के लक्ष्य अल्पकालीन या दीर्घकालीन होते हैं तो विपणन अनुसंधान लक्ष्य को भी उसी प्रकार अल्पकालीन या दीर्घकालीन होते है। रार्ट फरवर के अनुसार, "विपणन अनुसंधान पहले से लिए गए निर्णयों की एक श्रृंखला है जो समय रूप में अनुसंधान कार्य में एक वृहत योजना या मॉडल का कार्य करती है।